वॉयस ऑफ़ ए टू जेड न्यूज़:-एनई रेलवे मजदूर यूनियन (नरमू) अपने महामंत्री 106 वर्षीय केएल गुप्ता को सबसे बुजुर्ग सक्रिय कर्मचारी नेता का तमगा दिलाने के लिए दावा पेश करेगा। इसकी शुरुआत लिम्बा बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड से होगी।
एनई रेलवे मजदूर यूनियन (नरमू) अपने महामंत्री 106 वर्षीय केएल गुप्ता को सबसे बुजुर्ग सक्रिय कर्मचारी नेता का तमगा दिलाने के लिए दावा पेश करेगा। इसकी शुरुआत लिम्बा बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड से होगी। इसके बाद गिनीज बुक में भी नाम दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यूनियन के संयुक्त महामंत्री ओंकार सिंह का कहना है कि इस उम्र का कोई सक्रिय कर्मचारी नेता पूरे विश्व में नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि श्री गुप्ता के संघर्ष को वैश्विक मंच पर स्थापित करने के लिए संघ लिम्बा बुक में दावा पेश करने की तैयारी कर रहा है। श्री गुप्ता लगातार 61वीं बार नरमू के महामंत्री चुने गए हैं। इस उम्र में भी वह रेलकर्मियों के संघर्ष की जिद को जिंदा रखने के लिए जाने जाते है। कर्मचारियों के लिए चार बार बर्खास्त हुए, एक बार जेल भी गए केएल गुप्ता कर्मचारियों के लिए किस कदर समर्पित रहे हैं इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अपने सेवा काल के दौरान वह चार बार बर्खास्त हुए और एक बार एक महीने के लिए जेल भी गए। इन सब के बाद भी थके नहीं और कर्मचारियों के लिए लड़ते चले आ रहे हैं। 1947 में रेल सेवा में आए श्री गुप्ता 1981 में सेवानिवृत हुए इसके बावजूद कर्मचारियों के लिए संघर्ष को उन्होंने विराम नहीं दिया। दिग्गजों के साथ किया था काम केएल गुप्ता ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण और पूर्व रक्षामंत्री जार्ज फर्नांडिस के साथ काम किया था। वह कहते हैं कि इस उम्र में भी सेहत का साथ है तो उसके पीछे लोकनायक जयप्रकाश नारायण और उन जैसे नेताओं के साथ रहने से उपजा नैतिक बल और जीवन का अनुशासन ही इसकी वजह है।
जोश नहीं हुआ कम
केएल गुप्ता अनुशासित जीवनशैली के लिए जाने जाते हैं। यही वजह है कि उम्र बढ़ने के बाद भी जोश कम नहीं हुआ। ‘हिन्दुस्तान’ से बातचीत में केएल गुप्ता कहते हैं कि रेलकर्मियों के बीच होते हैं तो अंदर से ऊर्जा महसूस होती है। महामंत्री ने कहा कि नरमू दफ्तर ही मेरा घर है और रेलकर्मी परिवार के सदस्य।
क्या है दिनचर्या
सुबह चार बजे जागने से लेकर रात 11-12 बजे तक आज भी काम करने वाले केएल गुप्ता को न दूध पचता है, न जूस। 52 साल की उम्र से तेल मसाला छूट गया। लम्बे अरसे से दिन में सिर्फ दो वक्त दो रोटी और थोड़ी सी दाल लेते हैं। यूनियन के दफ्तर में ही उनका बिस्तर है।